अमेरिका और चीन की शांति की अपील के बावजूद पाकिस्तान भारत पर हमले कर रहा है। संदूर ऑपरेशन के बाद आतंकियों को बचाने में लगी पाक सेना की सच्चाई सामने आ गई है।
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अमेरिका और चीन की अपील, लेकिन पाकिस्तान पर नहीं हो रहा असर
अमेरिका और चीन जैसे बड़े देश भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को लेकर चिंतित हैं।
उन्होंने दोनों देशों से अपील की है कि वे संयम बरतें और आपसी बातचीत से मसले को हल करें।
लेकिन इस अपील का असर पाकिस्तान पर होता दिखाई नहीं दे रहा।
भारत पहले ही साफ कर चुका है कि वह शांति चाहता है,
लेकिन आतंकवाद को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेगा।
भारत की चेतावनी: सुधर जाओ पाकिस्तान
भारत ने कई बार पाकिस्तान को चेतावनी दी है कि वह आतंकवाद का समर्थन बंद करे और शांति के मार्ग पर चले।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय सेना ने साफ संदेश दिया था कि भारत अपने नागरिकों की रक्षा के लिए हर संभव कदम उठाएगा।
‘संदूर ऑपरेशन’ से बौखलाया पाकिस्तान
हाल ही में भारत ने अपने सीमावर्ती इलाकों में आतंकियों के खिलाफ एक सटीक और सफल कार्रवाई की थी,
जिसे ‘संदूर ऑपरेशन‘ कहा जा रहा है। इस ऑपरेशन में कई खूंखार आतंकवादी मारे गए।
इस ऑपरेशन से पाकिस्तान बौखला गया है और अब वह बदला लेने की नीयत से भारत के निर्दोष नागरिकों को निशाना बना रहा है।
आम नागरिकों को बनाया जा रहा निशाना

पाकिस्तान की सेना और आतंकवादी संगठन जानबूझकर भारत के आम नागरिकों को निशाना बना रहे हैं।
यह अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार कानूनों का उल्लंघन है और इससे साफ जाहिर होता है कि पाकिस्तान की सरकार और सेना आतंकियों के साथ मिली हुई है।
आतंकियों के जनाजों में पाकिस्तानी सेना के अधिकारी
पाकिस्तान के दोहरे चेहरे की पोल तब खुल गई जब आतंकियों के जनाजों में पाकिस्तानी सेना के अधिकारी शामिल पाए गए।
इससे यह पूरी तरह साफ हो गया कि पाकिस्तान न केवल आतंकियों को शरण देता है, बल्कि उन्हें पालता-पोसता भी है।
एक ऐसा देश जो आतंकवादियों को हीरो समझता है, वह खुद वैश्विक आतंकवाद का केंद्र बन चुका है।
पाकिस्तान एक आतंकवादी देश है: भारत का स्पष्ट रुख
भारत ने अंतरराष्ट्रीय मंचों पर बार-बार कहा है कि पाकिस्तान एक आतंकवादी देश है।
अब इसके सबूत भी दुनिया के सामने आ रहे हैं।
भारत पर हमले करवा कर और आतंकियों को बचा कर पाकिस्तान खुद को दुनिया से अलग-थलग कर रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी की कड़ी नजर और रणनीतिक बैठकें
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हालात पर लगातार नजर बनाए हुए हैं।
वह उच्च अधिकारियों और देश के रक्षा प्रमुखों के साथ लगातार बैठकें कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) के साथ भी विशेष रणनीतिक बैठक की है।
भारत हर मोर्चे पर सतर्क और तैयार है।
भारत को उकसाकर दुनिया से कर रहा भीख की मांग
एक ओर पाकिस्तान भारत पर हमले करवा रहा है, तो दूसरी ओर दुनिया के सामने जाकर रो रहा है कि उसे बचा लो।
यह दोहरा चरित्र अब सबके सामने आ गया है।
पाकिस्तान चाहता है कि भारत शांत रहे और वह लगातार उसे नुकसान पहुंचाता रहे। लेकिन यह संभव नहीं है।
अगर पाकिस्तान नहीं रुका तो परिणाम गंभीर होंगे
भारत ने अब साफ कर दिया है कि अगर पाकिस्तान ने भारत की जनता पर हमले जारी रखे, तो उसे गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
भारत की सैन्य शक्ति पाकिस्तान से कई गुना ज्यादा है और अगर युद्ध छिड़ा,
तो पाकिस्तान का नाम दुनिया के नक्शे से मिट सकता है।
पाकिस्तान भारत के सामने कहीं नहीं टिकता

सैन्य क्षमता, अर्थव्यवस्था, कूटनीति और वैश्विक समर्थन — हर मोर्चे पर पाकिस्तान भारत के सामने कहीं नहीं टिकता।
लेकिन पाकिस्तान की सेना और नेता अब भी इस सच्चाई को स्वीकार करने को तैयार नहीं हैं।
अपनी जनता को कर रहा बर्बाद, आतंकियों के लिए लड़ रहा युद्ध
पाकिस्तान में आम जनता महंगाई, भूख और बेरोजगारी से त्रस्त है।
खाने के लिए अन्न नहीं, इलाज के लिए दवा नहीं, लेकिन पाकिस्तान की सेना आतंकियों के लिए युद्ध लड़ रही है।
आतंकियों को पनाह देने के लिए पाक सेना अपनी ही जनता की जान से खेल रही है।
भारत को बार-बार उकसा रहा है पाकिस्तान
पाकिस्तान लगातार भारत को उकसाने की कोशिश कर रहा है।
सीमाओं पर गोलीबारी, आतंकियों की घुसपैठ और नागरिकों पर हमले इसी रणनीति का हिस्सा हैं।
लेकिन भारत ने हर बार संयम दिखाया है और जब जवाब दिया, तो ऐसा कि पाकिस्तान को संभलने का मौका ही न मिले।
अंतरराष्ट्रीय समुदाय की भूमिका अहम
अब समय आ गया है कि संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय संस्थाएं पाकिस्तान की इन हरकतों का संज्ञान लें और उस पर सख्त कार्रवाई करें। भारत आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में सबसे आगे है, और उसे समर्थन की जरूरत है।
निष्कर्ष: आतंकवाद के खिलाफ एकजुट हो दुनिया
भारत की ओर से बार-बार स्पष्ट किया गया है कि वह आतंकवाद के खिलाफ कोई समझौता नहीं करेगा। पाकिस्तान को अब समझना होगा कि अगर वह शांति नहीं चाहता, तो उसका अंजाम बेहद बुरा हो सकता है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय को चाहिए कि वह पाकिस्तान को आतंकवाद के समर्थन से रोके, वरना एक अस्थिर दक्षिण एशिया पूरी दुनिया के लिए खतरा बन सकता है।