MI/मुंबई इंडियंस ने सूर्यकुमार यादव की 73 रन की पारी से दिल्ली कैपिटल्स को 59 रन से हराया। DC की पूरी टीम 121 रन पर ढेर, शर्मनाक हार।
टॉस का फैसला और दिल्ली की शुरुआती रणनीति
आईपीएल 2025 के इस अहम मुकाबले में दिल्ली कैपिटल्स ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया।
यह फैसला शुरुआत में तो ठीक लगा, लेकिन जैसे-जैसे मैच आगे बढ़ा,
यह रणनीति कमजोर पड़ती नजर आई।
दिल्ली को उम्मीद थी कि मुंबई इंडियंस के बल्लेबाजों को शुरुआत में दबाव में लाया जा सकेगा,
लेकिन उनकी योजना ज्यादा देर तक टिक नहीं सकी।
मुंबई की पारी: शुरूआत धीमी, लेकिन सूर्या ने संभाला मोर्चा
रोहित शर्मा का जल्दी आउट होना
मुंबई इंडियंस के स्टार बल्लेबाज रोहित शर्मा से बड़ी पारी की उम्मीद थी,
लेकिन वह सिर्फ 5 गेंदों पर 5 रन बनाकर मुस्तफिजुर रहमान का शिकार बन गए।
उनका आउट होना मुंबई के लिए शुरुआती झटका था।
रिकेल्टन और विल जैक्स की कोशिशें
रयान रिकेल्टन ने 18 गेंदों पर 25 रन बनाए और थोड़ा स्थिरता देने की कोशिश की।
लेकिन उन्हें कुलदीप यादव ने आउट कर दिया। वहीं, विल जैक्स ने आक्रामक अंदाज में 13 गेंदों पर 21 रन बनाए, पर वह भी ज्यादा देर तक टिक नहीं सके और पवेलियन लौट गए।
सूर्यकुमार यादव: फिर चमके सूरज की तरह

टीम को संभाला और रन गति को बनाए रखा
जब टीम दबाव में थी, तब सूर्यकुमार यादव ने एक बार फिर अपने अनुभव और क्लास का प्रदर्शन किया।
उन्होंने 43 गेंदों पर नाबाद 73 रन की बेहतरीन पारी खेली। इस पारी में उन्होंने 7 चौके और 4 गगनचुंबी छक्के लगाए।
तेज और स्मार्ट बल्लेबाजी
सूर्यकुमार ने न सिर्फ रन बनाए बल्कि टीम की रन गति को भी बनाए रखा।
उनकी बल्लेबाजी ने टीम को एक मजबूत स्कोर की तरफ अग्रसर किया और गेंदबाजों पर लगातार दबाव बनाए रखा।
नमन धीर की तेजतर्रार पारी
आखिरी ओवरों में धमाका
नमन धीर ने आखिरी ओवरों में आकर धमाकेदार बल्लेबाजी की। उन्होंने मात्र 8 गेंदों पर 24 रन बनाए और नाबाद लौटे। उनकी यह पारी टीम के लिए बूस्टर का काम कर गई।
हार्दिक पांड्या और तिलक वर्मा का साधारण प्रदर्शन
कप्तान से थी उम्मीदें, पर निराश किया
कप्तान हार्दिक पांड्या इस मैच में कुछ खास नहीं कर सके।
उन्होंने 6 गेंदों पर सिर्फ 3 रन बनाए और चमेरा ने उन्हें आउट कर दिया।
वहीं तिलक वर्मा ने 27 गेंदों पर 27 रन बनाए। उन्हें मुक़ेश कुमार ने पवेलियन भेजा।
मुंबई का कुल स्कोर: 5 विकेट पर 180 रन
20 ओवर की समाप्ति पर मुंबई इंडियंस ने 5 विकेट के नुकसान पर कुल 180 रन बनाए।
यह स्कोर एक मजबूत टोटल माना जा सकता है, खासकर अगर टीम के गेंदबाज अच्छे प्रदर्शन करें।
दिल्ली कैपिटल्स की पारी: बिखरा हुआ प्रदर्शन
टूर्नामेंट की मजबूत शुरुआत के बाद गिरावट
दिल्ली कैपिटल्स ने इस टूर्नामेंट की शुरुआत बेहद शानदार की थी,
लेकिन जैसे-जैसे टूर्नामेंट आगे बढ़ा, उनका प्रदर्शन गिरता गया। इस मैच में भी दिल्ली पूरी तरह से बिखरी हुई नजर आई।
दिल्ली की शर्मनाक हार: सिर्फ 121 रन पर ऑलआउट
दिल्ली की पूरी टीम 18.2 ओवर में मात्र 121 रन पर ऑलआउट हो गई। वह न केवल लक्ष्य से 59 रन दूर रही बल्कि पूरे 20 ओवर भी नहीं खेल पाई। यह हार उनके आत्मविश्वास पर भारी चोट साबित हुई।
बड़े नाम, लेकिन प्रदर्शन कमजोर
केएल राहुल का फेल होना
केएल राहुल से टीम को अच्छी शुरुआत की उम्मीद थी, लेकिन उन्होंने सिर्फ 6 गेंदों में 11 रन बनाए और जल्द ही आउट हो गए।
फाफ डु प्लेसिस और अभिषेक पोरेल का खराब प्रदर्शन
फाफ डु प्लेसिस ने 7 गेंदों पर 6 रन बनाए, जबकि अभिषेक पोरेल ने 9 गेंदों पर 6 रन ही जोड़ सके। दोनों अनुभवी बल्लेबाजों का इस तरह आउट होना टीम के लिए बड़ा झटका साबित हुआ।
सिर्फ सैयद रिज़वी ने लड़ी एकलौती जंग
39 रन की संघर्षपूर्ण पारी
पूरी दिल्ली की टीम जहां लड़खड़ा गई, वहीं सैयद रिज़वी ने अकेले संघर्ष करते हुए 35 गेंदों पर 39 रन बनाए। लेकिन उन्हें किसी का साथ नहीं मिला और उनका संघर्ष अधूरा ही रह गया।
दिल्ली की हार: आत्ममंथन का समय
दिल्ली कैपिटल्स के लिए यह हार बेहद शर्मनाक रही। बल्लेबाज पूरी तरह फ्लॉप रहे और गेंदबाजी में भी वो धार नहीं थी जो मुंबई के बल्लेबाजों को रोक सके।
मुंबई की जीत और पॉइंट्स टेबल में स्थिरता
चौथे स्थान पर कायम
इस जीत के साथ मुंबई इंडियंस पॉइंट्स टेबल में चौथे स्थान पर बनी रही। यह जीत न सिर्फ आत्मविश्वास बढ़ाने वाली रही बल्कि प्लेऑफ के लिए उनकी स्थिति भी मजबूत कर दी।
अब तय हो गई हैं चार क्वालिफाई करने वाली टीमें
इस मैच के बाद अब वो चार टीमें तय हो चुकी हैं जो अगले दौर यानी क्वालिफायर मुकाबलों में हिस्सा लेंगी।
मुंबई इंडियंस की यह जीत उन्हें अगले दौर में ले जाने के लिए निर्णायक रही।
निष्कर्ष: सूर्या की रोशनी में दिल्ली की हार
मुंबई इंडियंस ने इस मैच में सभी विभागों में दिल्ली कैपिटल्स को मात दी।
जहां सूर्या की चमक ने पारी को संभाला, वहीं गेंदबाजों ने कमाल का प्रदर्शन करते हुए दिल्ली को सस्ते में समेट दिया।
दूसरी ओर, दिल्ली के लिए यह आत्ममंथन का समय है – ना कप्तान चले, ना दिग्गज बल्लेबाज और ना ही गेंदबाजों में धार दिखी।
अगर आगे के सीजन में दिल्ली को अच्छा करना है, तो उन्हें अपनी रणनीति और टीम संयोजन पर गहराई से काम करना होगा।