IPL 2025 में LSG बनाम SRH मुकाबले में हैदराबाद ने शानदार बल्लेबाज़ी करते हुए 206 रन बनाकर लखनऊ को 6 गेंद रहते हराया। पढ़ें पूरा मैच रिव्यू, खिलाड़ी प्रदर्शन और पंत की खराब फॉर्म की चर्चा।

मुकाबले का रोमांच और एसआरएच की जीत की कहानी
आईपीएल 2025 का यह मुकाबला लखनऊ सुपर जाएंट्स (एलएसजी) और सनराइजर्स हैदराबाद (एसआरएच) के बीच खेला गया, जो दर्शकों के लिए किसी क्रिकेट महायुद्ध से कम नहीं था।
भले ही एसआरएच प्लेऑफ की दौड़ से पहले ही बाहर हो चुकी थी,
लेकिन उन्होंने खेल भावना और आक्रामकता के साथ यह मुकाबला जीता और यह दिखा दिया कि क्रिकेट सिर्फ ट्रॉफी जीतने का नहीं, सम्मान और जोश से खेलने का भी खेल है।
टॉस और एलएसजी की पारी की शुरुआत
टॉस जीतकर एसआरएच ने चुनी गेंदबाज़ी
सनराइजर्स हैदराबाद के कप्तान ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाज़ी करने का फैसला किया।
उनके इस फैसले को देखकर लग रहा था कि वे लक्ष्य का पीछा करना पसंद करेंगे,
जो आजकल टी20 में आम रणनीति बन चुकी है।
एलएसजी के ओपनर्स ने दी तूफानी शुरुआत
लखनऊ के ओपनर्स ने शुरुआत से ही आक्रामक तेवर अपनाए।
मार्श और मार्कराम की जोड़ी ने सिर्फ 6 ओवर में टीम को 69 रन की शानदार शुरुआत दी।
दोनों बल्लेबाजों ने गेंदबाजों पर दबाव बनाकर बाउंड्री की झड़ी लगा दी।
मार्श और मार्कराम का तूफान
मार्श की विस्फोटक बल्लेबाज़ी
इनहोने ने 39 गेंदों पर 65 रन की शानदार पारी खेली।
उन्होंने कई आकर्षक शॉट्स लगाए और ऐसा लग रहा था कि वह शतक की ओर बढ़ रहे हैं।
लेकिन उन्हें स्पिनर हर्ष दुबे ने एक शानदार गेंद पर आउट कर दिया।
मार्कराम की संयमित और तेज़ पारी
दूसरे छोर पर मार्कराम ने भी कोई कसर नहीं छोड़ी। उन्होंने 38 गेंदों में 61 रन बनाए और पारी को गति दी।
उन्हें हरफनमौला हरशल पटेल ने आउट किया।
इन दोनों की पारियों ने एलएसजी को एक मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया था।
मध्यक्रम की विफलता और पूरन की कोशिश
पूरन की संघर्षपूर्ण पारी
मार्श और मार्कराम के आउट होते ही एलएसजी की पारी लड़खड़ा गई।
मध्यक्रम के बल्लेबाज़ कुछ खास नहीं कर पाए।
निकोलस पूरन ही ऐसे बल्लेबाज़ रहे जिन्होंने संघर्ष करते हुए 26 गेंदों पर 45 रन बनाए।
परंतु वे भी रनआउट हो गए, जिससे टीम की उम्मीदों को झटका लगा।
कप्तान पंत की खराब फॉर्म जारी
कप्तान ऋषभ पंत की खराब फॉर्म इस मैच में भी जारी रही।
उन्होंने मात्र 6 गेंदों में 7 रन बनाए और इशान मलिंगा की गेंद पर आउट हो गए। आईपीएल का अंत करीब है और पंत की फॉर्म अब तक टीम को चिंता में डाल रही है।
एलएसजी का स्कोर: 205 रन 7 विकेट पर
एलएसजी ने निर्धारित 20 ओवरों में 205 रन बनाए, वो भी 7 विकेट गंवाकर। एक समय ऐसा लग रहा था कि स्कोर 230 पार जा सकता है, लेकिन मिडिल ऑर्डर की असफलता ने टीम की रन गति को धीमा कर दिया।
एसआरएच की पारी की शुरुआत और जवाबी हमला
तेज़ शुरुआत ने रखी जीत की नींव
एसआरएच ने अपनी पारी की शुरुआत बेहद धमाकेदार अंदाज़ में की। पहले 6 ओवर में ही उन्होंने 72 रन बना लिए, सिर्फ एक विकेट खोकर। यह शुरुआत लक्ष्य का पीछा करने के लिहाज़ से बेहतरीन थी।
आयुष शर्मा की तूफानी बल्लेबाज़ी
20 गेंदों में 59 रन की आतिशी पारी
ओपनर आयुष शर्मा ने बल्लेबाज़ी की मिसाल पेश की। उन्होंने सिर्फ 20 गेंदों पर 59 रन ठोक डाले, जिसमें 4 चौके और 6 छक्के शामिल थे। उनका हर शॉट दर्शकों को रोमांचित कर रहा था। उन्हें अंततः युवा गेंदबाज़ दिव्येश राठी ने आउट किया।
क्लासेन और मेंडिस ने निभाई ज़िम्मेदारी
इशान किशन की संयमित पारी
दूसरे छोर पर इशान किशन ने 28 गेंदों में 35 रन बनाए। उन्होंने भी टीम को स्थिरता दी और अच्छे शॉट्स खेले। उन्हें भी दिव्येश राठी ने आउट किया।
हेनरी क्लासेन की निर्णायक पारी
हेनरी क्लासेन ने 28 गेंदों में 47 रन बनाए और टीम को लक्ष्य की ओर बढ़ाया। उन्होंने स्ट्राइक को रोटेट करने के साथ-साथ ज़रूरत के समय बड़े शॉट्स भी लगाए। उन्हें शार्दुल ठाकुर ने आउट किया।
मेंडिस हुए रिटायर्ड हर्ट
कुसल मेंडिस ने 21 गेंदों में 32 रन बनाए और जबरदस्त बल्लेबाज़ी की, लेकिन वे रिटायर्ड हर्ट हो गए। हालांकि तब तक टीम जीत के काफी करीब पहुँच चुकी थी।
जीत का समापन: 18.2 ओवर में लक्ष्य हासिल
एसआरएच ने 18.2 ओवर में ही 206 रन बना लिए और 6 गेंद शेष रहते ही मैच को जीत लिया। उन्होंने यह लक्ष्य 4 विकेट खोकर हासिल किया। यह जीत उनके आत्मविश्वास के लिए भले ही प्लेऑफ में जगह ना दिला पाए, लेकिन उनके जुझारूपन को दर्शाती है।

मैच का सार: कुछ खास बातें
एलएसजी की शुरुआत शानदार रही लेकिन मिडिल ऑर्डर ने निराश किया।
पूरन ने संघर्ष किया लेकिन बाकी बल्लेबाज़ नहीं चले।
पंत की खराब फॉर्म टीम की सबसे बड़ी चिंता बनी हुई है।
एसआरएच के बल्लेबाज़ों ने आक्रामकता और सधी हुई बल्लेबाज़ी का सही मिश्रण दिखाया।
आयुष शर्मा और क्लासेन ने टीम की जीत में बड़ी भूमिका निभाई।
निष्कर्ष: खेल भावना की जीत
यह मैच इस बात का प्रमाण था कि क्रिकेट में कभी किसी टीम को हल्के में नहीं लेना चाहिए। सनराइजर्स हैदराबाद ने यह दिखा दिया कि प्लेऑफ की होड़ से बाहर होने का मतलब हार नहीं होता। उन्होंने जोश, जुनून और तकनीकी समझ के साथ यह मुकाबला जीता और अपने फैंस को गर्व महसूस कराया।
आईपीएल जैसे टूर्नामेंट में हर मैच एक नई कहानी गढ़ता है। यह मुकाबला भी उन्हीं कहानियों में एक यादगार अध्याय बन गया।