IPL 2025 के CSK vs RR मैच में राजस्थान रॉयल्स ने चेन्नई को 6 विकेट से हराया। 14 वर्षीय वैभव सूर्यवंशी की शानदार फिफ्टी ने दिल जीत लिया।

एक नजर मैच की पूरी कहानी पर – बल्लेबाजी, गेंदबाजी और नतीजे की विस्तार से समीक्षा
भूमिका: टेबल की 9वीं और 10वीं टीम के बीच टक्कर
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) का यह मुकाबला दो ऐसी टीमों के बीच खेला गया जो अंक तालिका में सबसे नीचे थीं – 9वें स्थान पर राजस्थान रॉयल्स (RR) और 10वें स्थान पर चेन्नई सुपर किंग्स (CSK)।
मैच भले ही प्लेऑफ की रेस से बाहर हो चुकी टीमों के बीच था, लेकिन दोनों टीमों ने जीत के लिए पूरा दमखम लगाया।
पहली पारी: CSK की औसत बल्लेबाजी प्रदर्शन
धीमी शुरुआत और सीमित साझेदारियां
टॉस हारने के बाद CSK को पहले बल्लेबाजी करने का मौका मिला।
हालांकि टीम ने 20 ओवरों में 8 विकेट खोकर 187 रन बनाए,
लेकिन उनकी बल्लेबाजी में वह धार नहीं दिखी जिसकी उम्मीद फैंस को होती है।
टीम का कुल स्कोर भले ही ठीक-ठाक था, मगर कई प्रमुख बल्लेबाज बुरी तरह फ्लॉप रहे।
अर्जुन म्हात्रे की शानदार पारी
CSK की ओर से अर्जुन म्हात्रे ने सबसे आकर्षक पारी खेली।
उन्होंने केवल 20 गेंदों में 43 रन बनाए और कुछ दर्शनीय शॉट्स लगाए।
उनकी यह पारी टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाने में अहम रही।
डेवाल्ड ब्रेविस का योगदान
दूसरे युवा बल्लेबाज डेवाल्ड ब्रेविस ने भी अच्छी बल्लेबाजी की और 25 गेंदों में 42 रन बनाए।
उन्होंने स्ट्राइक को घुमाया और अहम चौके-छक्के लगाए।
शिवम दुबे का योगदान बतौर इम्पैक्ट प्लेयर
इम्पैक्ट प्लेयर के तौर पर आए शिवम दुबे ने 32 गेंदों में 39 रन बनाए,
लेकिन वे अपनी पारी को बड़े स्कोर में नहीं बदल पाए। उन्हें आकाश मधवाल ने आउट किया।
बाकी बल्लेबाजों की निराशाजनक परफॉर्मेंस
डेविड कॉनवे और उपेंद्र पटेल का फ्लॉप शो
डेविड कॉनवे ने 8 गेंदों में मात्र 10 रन बनाए और उन्हें युद्धवीर सिंह ने आउट किया।
उपेंद्र पटेल तो खाता भी नहीं खोल पाए और 2 गेंद खेलकर आउट हो गए। उनकी विकेट भी युद्धवीर को ही मिली।
अनुभवी खिलाड़ी भी नाकाम
रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा भी कुछ खास नहीं कर सके और जल्दी पवेलियन लौट गए।
कप्तान महेंद्र सिंह धोनी से उम्मीदें हमेशा ज्यादा रहती हैं,
लेकिन इस बार उन्होंने भी 17 गेंदों में सिर्फ 16 रन बनाए और आकाश मधवाल के शिकार बने।
राजस्थान रॉयल्स की शानदार गेंदबाजी
आकाश मधवाल की घातक गेंदबाजी
आकाश मधवाल ने बेहतरीन गेंदबाजी करते हुए 4 ओवर में सिर्फ 29 रन देकर 3 विकेट झटके।
उन्होंने महत्वपूर्ण मौकों पर विकेट लेकर CSK को बड़ा स्कोर बनाने से रोका।
युद्धवीर सिंह की काबिल-ए-तारीफ परफॉर्मेंस
युद्धवीर सिंह ने भी 4 ओवरों में 47 रन देकर 3 विकेट हासिल किए।
हालांकि उन्होंने थोड़े ज्यादा रन दिए, लेकिन विकेट निकालने में सफल रहे।
हसरंगा और देशपांडे का योगदान
वाशिंगटन हसरंगा और देशपांडे ने भी 1-1 विकेट लेकर CSK की बल्लेबाजी को थामे रखा।
दूसरी पारी: RR की तेज शुरुआत और शानदार रन चेज
वैभव की एक और फिफ्टी
RR की शुरुआत जबरदस्त रही। युवा खिलाड़ी वैभव ने एक और शानदार अर्धशतक लगाकर खुद को साबित किया।
उन्होंने सिर्फ 33 गेंदों में 57 रन बनाए और RR की जीत की नींव रखी। उन्हें रविचंद्रन अश्विन ने आउट किया।
यशस्वी जायसवाल की तेज पारी
ओपनर यशस्वी जायसवाल ने 19 गेंदों में 36 रन बनाए और पावरप्ले का पूरा फायदा उठाया।
उन्हें अंशुल कम्बोज ने पवेलियन भेजा।
संजू सैमसन का कप्तानी पारी
कप्तान संजू सैमसन ने भी टीम को जीत की ओर अग्रसर किया।
उन्होंने 31 गेंदों में 41 रन बनाए और मध्यक्रम को संभाला।
ध्रुव जुरेल और हेटमायर की मैच फिनिशिंग पारी
तूफानी अंदाज ध्रुव जुरेल का
ध्रुव जुरेल ने अंत में कमाल की बल्लेबाजी की।
उन्होंने केवल 12 गेंदों में 31 रन बनाकर मैच को एकतरफा बना दिया और नाबाद लौटे।
शिमरॉन हेटमायर का योगदान
हेटमायर ने भी 5 गेंदों में 12 रन बनाए और नाबाद रहे। दोनों ने मिलकर टीम को लक्ष्य तक पहुंचा दिया।
मैच का नतीजा: RR की 6 विकेट से जीत
राजस्थान रॉयल्स ने केवल 17.1 ओवर में 188 रन बनाकर लक्ष्य को 6 विकेट से हासिल कर लिया। उनकी जीत पूरी तरह से बल्लेबाजी में सामूहिक प्रदर्शन का नतीजा थी।
अंक तालिका पर असर नहीं, पर मनोबल को बढ़ावा
स्थान वही, लेकिन आत्मविश्वास बढ़ा
हालांकि इस जीत के बावजूद राजस्थान रॉयल्स की पॉजिशन 9वें नंबर पर ही रही और CSK हार के बाद भी 10वें स्थान पर ही बनी रही, लेकिन RR के लिए यह जीत मनोबल बढ़ाने वाली रही। इससे अगली IPL सीजन के लिए टीम में आत्मविश्वास बढ़ेगा।

CSK की हार: चिंता का विषय
लगातार हार और गिरता प्रदर्शन
CSK की लगातार हार ने उनके फैंस को निराश कर दिया है। टीम को जैसे जीतना याद ही नहीं रहा। महेंद्र सिंह धोनी जैसे अनुभवी कप्तान की मौजूदगी के बावजूद टीम प्रदर्शन नहीं कर पा रही है।
टीम का मनोबल गिरा
लगातार हार का असर टीम के मनोबल पर भी साफ दिख रहा है। बल्लेबाजी में स्थिरता की कमी, गेंदबाजी में धार का अभाव और फील्डिंग में लापरवाही – ये सभी कारण टीम की हार की बड़ी वजह बन रहे हैं।
सुधार की जरूरत, नहीं तो अगला साल भी रहेगा मुश्किल
इस मैच से साफ है कि CSK को अब अपनी रणनीति में बड़ा बदलाव लाना होगा। युवा खिलाड़ियों को मौका देना, फॉर्म में चल रहे खिलाड़ियों को बढ़ावा देना और अनुभवी खिलाड़ियों से अपेक्षित योगदान लेना – यही अगले सीजन की कुंजी हो सकती है। वहीं, RR भले ही प्लेऑफ की रेस से बाहर हो चुकी है, लेकिन जीत के साथ टूर्नामेंट को खत्म करना उनके लिए सकारात्मक संकेत है।
आईपीएल 2025 और चेन्नई की उम्मीदें
आईपीएल 2025 में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) एक बार फिर अपने अनुभव और कप्तान एम.एस. धोनी के नेतृत्व में मैदान में उतरी। टीम के पास अनुभवी खिलाड़ियों का संगठित समूह था और युवा प्रतिभाओं को भी मौका दिया गया। हालांकि फैंस को एक बार फिर प्लेऑफ में पहुंचने की उम्मीद थी, लेकिन इस सीज़न में सीएसके का सफर संघर्षपूर्ण रहा।
धोनी का नेतृत्व और कप्तानी में ठहराव

एम.एस. धोनी ने एक बार फिर कप्तान के रूप में टीम का नेतृत्व किया, लेकिन उम्र और चोटों का असर उनके प्रदर्शन और निर्णयों पर साफ दिखा।
उन्होंने कुछ मैचों में अंतिम ओवरों में शानदार निर्णय लिए, लेकिन अधिकांश मैचों में उनका बल्लेबाजी क्रम पिछड़ता दिखा। धोनी ने हालांकि मैदान पर रणनीतिक चतुराई दिखाई, लेकिन टीम की असंगत फॉर्म उनके अनुभव को भी दबा गई।
बैटिंग लाइनअप की कमजोरियां
सीएसके की बल्लेबाजी इस सीजन में उम्मीदों पर खरी नहीं उतर पाई।
ऋतुराज गायकवाड़ और डेवोन कॉनवे ने कुछ मैचों में अच्छी शुरुआत दी, लेकिन बड़े स्कोर को लगातार बनाए रखना मुश्किल हुआ। मिडिल ऑर्डर में मोईन अली और शिवम दुबे जैसे खिलाड़ियों से उम्मीद थी, लेकिन उनका प्रदर्शन भी अस्थिर रहा।
धोनी ने कुछ मैचों में आखिरी ओवरों में छक्के जरूर लगाए, लेकिन टॉप ऑर्डर की असफलता टीम को जीत तक नहीं पहुंचा सकी।
बॉलिंग यूनिट का संघर्ष
बोलिंग लाइनअप भी इस सीज़न में अपेक्षा के अनुरूप नहीं दिखी।
दीपक चाहर चोट से उबरकर लौटे लेकिन पूरी लय में नहीं दिखे। मथीशा पथिराना और तुषार देशपांडे जैसे युवा तेज गेंदबाज़ों ने शुरुआत में प्रभावित किया, लेकिन बाद में उनकी गेंदबाज़ी की दिशा और नियंत्रण बिगड़ता गया।
स्पिन विभाग में रविंद्र जडेजा और महेश तीक्षणा से काफी उम्मीदें थीं, लेकिन पिचों के अनुकूल न होने के कारण वह भी ज्यादा असर नहीं छोड़ पाए।
युवा खिलाड़ियों की भूमिका और भविष्य
सीएसके ने इस सीजन कुछ युवा खिलाड़ियों को आज़माया। निश्चल जैन जैसे बल्लेबाज और आकाश सिंह जैसे गेंदबाजों ने मौके मिलने पर अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन अनुभव की कमी साफ नजर आई। टीम को भविष्य में इन खिलाड़ियों को ज्यादा मैचों का अनुभव देना होगा।
अंतिम स्थिति और अंक तालिका में स्थान
सीएसके इस सीज़न में 10 टीमों में से नौवें स्थान पर रही। टीम ने कुल 14 में से केवल 4 मैच ही जीते। प्लेऑफ की दौड़ से वे पहले ही बाहर हो गए, जिससे फैंस में काफी निराशा फैल गई। आईपीएल 2025 सीएसके के इतिहास में सबसे कमजोर सीजन में से एक बन गया।
यह धोनी का अंतिम सीजन था?
आईपीएल 2025 के अंत में सबसे बड़ा सवाल यह बना रहा – क्या यह धोनी का आखिरी सीज़न था? हालांकि उन्होंने रिटायरमेंट की घोषणा नहीं की, लेकिन उनके खेल और भावों से विदाई का संकेत जरूर मिला।
सीएसके के लिए यह सीज़न सीखने और बदलाव लाने का संकेत है। टीम को अगले साल के लिए रणनीति, कोचिंग और स्क्वॉड में ताजगी लानी होगी। यदि ऐसा होता है, तो यकीनन यह टीम फिर से आईपीएल की सबसे मजबूत टीमों में शामिल हो सकती है।