पंजाब में बढ़ते गैंगस्टर नेटवर्क के बीच एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। पंजाब की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने एक खतरनाक अपराधी को हिरासत में लिया है, जो कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का करीबी बताया जा रहा है।
बताया जा रहा है कि यह आरोपी पंजाब और हरियाणा में बड़ी वारदातों को अंजाम देने की योजना बना रहा था।
कौन है यह गिरफ्तार किया गया अपराधी?

पुलिस सूत्रों के अनुसार, गिरफ्तार किया गया युवक लॉरेंस बिश्नोई गिरोह का सक्रिय सदस्य है।
हालांकि पुलिस ने अभी उसकी पहचान पूरी तरह सार्वजनिक नहीं की है,
लेकिन यह स्पष्ट किया है कि यह व्यक्ति कई आपराधिक मामलों में पहले से वांछित था और इसके खिलाफ कई FIR दर्ज हैं।
पंजाब STF ने इसे गुप्त सूचना के आधार पर एक ऑपरेशन चलाकर पकड़ा।
उसके पास से भारी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद, मोबाइल डिवाइसेज और नक्शे भी बरामद हुए हैं,
जो यह दिखाते हैं कि वह किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की तैयारी में था।
पंजाब और हरियाणा में वारदात की थी योजना
प्रारंभिक पूछताछ में यह बात सामने आई है कि आरोपी पंजाब और हरियाणा के कुछ प्रमुख नेताओं और व्यापारियों को निशाना बनाने की योजना बना रहा था।
पुलिस को शक है कि इसके पीछे मुख्य मकसद फिरौती वसूलना और इलाके में गैंग का दबदबा बनाए रखना था।
सूत्रों का कहना है कि गिरफ्तार आरोपी ने कुछ जगहों की रेकी भी की थी और अपने गिरोह के अन्य साथियों के साथ पूरी रणनीति तैयार कर ली थी। लेकिन STF की तेज़ कार्रवाई से वह अपने मंसूबों में कामयाब नहीं हो सका।
लॉरेंस बिश्नोई गैंग की बढ़ती ताकत
लॉरेंस बिश्नोई गैंग इन दिनों लगातार सुर्ख़ियों में है।
सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद से इस गिरोह का नाम कई हाई-प्रोफाइल केसों में आ चुका है।
गैंग का नेटवर्क दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और यूपी तक फैला हुआ है।
लॉरेंस खुद इस समय जेल में है, लेकिन उसका पूरा नेटवर्क जेल के अंदर से ही ऑपरेट किया जा रहा है।
सोशल मीडिया और वर्चुअल नंबरों के माध्यम से गैंग के गुर्गे एक-दूसरे से संपर्क में रहते हैं और प्लानिंग करते हैं।
STF की बड़ी सफलता
पंजाब पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स को यह सफलता एक लंबे समय से चल रही खुफिया निगरानी के बाद मिली है।
STF के एक अधिकारी ने बताया:
“हमें सूचना मिली थी कि लॉरेंस बिश्नोई गिरोह का एक सदस्य पंजाब में सक्रिय है और
वह हरियाणा में किसी बड़े व्यक्ति को टारगेट करने की फिराक में है।
हमने तुरंत ऑपरेशन प्लान किया और आरोपी को पकड़ लिया।”
इस ऑपरेशन में आधुनिक तकनीकों और जासूसी उपकरणों का इस्तेमाल किया गया।
STF ने साइबर ट्रैकिंग, कॉल डिटेल्स और CCTV फुटेज के आधार पर आरोपी की लोकेशन ट्रेस की और उसे घेराबंदी कर पकड़ा।
हथियारों की बरामदगी से बढ़ी चिंता
गिरफ्तारी के दौरान STF को आरोपी के पास से कई खतरनाक हथियार बरामद हुए हैं। जिनमें:
एक ऑटोमैटिक राइफल
दो पिस्टल
जिंदा कारतूस
दो मोबाइल फोन जिसमें एन्क्रिप्टेड चैट मौजूद थी
एक मोटरसाइकिल जिसका इस्तेमाल रेकी में किया गया
यह सब देखकर साफ है कि आरोपी किसी बड़ी साजिश को अंजाम देने वाला था।
क्या थी गैंग की योजना?
सूत्रों की मानें तो आरोपी की योजना एक स्थानीय व्यापारी से फिरौती मांगने की थी।
इसके लिए वह पहले रेकी कर चुका था और अपने साथियों को अलर्ट मोड में रख चुका था।
पुलिस को यह भी शक है कि इस कार्रवाई में लॉरेंस गिरोह के अन्य सदस्य भी शामिल थे, जो अब फरार हैं।
STF अब अन्य संभावित ठिकानों पर भी छापेमारी कर रही है।
जनता और प्रशासन की राहत
इस गिरफ्तारी से आम जनता में कुछ हद तक राहत की भावना है।
पिछले कुछ महीनों में गैंगवार, फिरौती और टारगेट किलिंग की घटनाओं में वृद्धि हुई है, जिससे लोगों में डर का माहौल था।
STF की इस कार्रवाई से संदेश गया है कि पंजाब पुलिस गैंगस्टर नेटवर्क के खिलाफ सख्त और सतर्क है।
निष्कर्ष
लॉरेंस बिश्नोई गैंग के एक अहम सदस्य की गिरफ्तारी पंजाब पुलिस के लिए एक बड़ी सफलता है।
इससे न सिर्फ़ एक बड़ी वारदात टल गई है,
बल्कि यह भी साफ हो गया है कि गैंग के नेटवर्क को तोड़ने के लिए STF गंभीरता से काम कर रही है।
आने वाले दिनों में STF और पुलिस विभाग को और सतर्क रहना होगा
ताकि ऐसे अपराधी दोबारा समाज का माहौल न बिगाड़ सकें।
