पाकिस्तान की उकसावे वाली हरकतों का भारत ने S-400 से दिया मुंहतोड़ जवाब।
जानिए 2025 के इस युद्ध में कौन भारी पड़ा और क्या हैं इसके नतीजे।

जंग की शुरुआत: पाकिस्तान की हठधर्मी ने बढ़ाया तनाव
आख़िरकार वही हुआ जिसका डर था।
पाकिस्तान की लगातार उकसाने वाली हरकतों ने भारत को जवाबी कार्रवाई के लिए मजबूर कर ही दिया।
बीते कुछ दिनों से पाकिस्तान भारत के नागरिक इलाकों को निशाना बना रहा था।
ड्रोन हमले, फाइटर जेट्स और अन्य हथियारों के ज़रिये वह भारत की जनता में डर फैलाने की कोशिश कर रहा था।
पर भारत ने संयम का परिचय देते हुए केवल अपने डिफेंस सिस्टम का उपयोग किया और हर हमले को नाकाम किया।
S-400 रक्षा प्रणाली की मजबूती
रात करीब 8:15 बजे पाकिस्तान ने एक बार फिर भारत के शहरों पर हमला करने की कोशिश की।
लेकिन भारत के एडवांस्ड डिफेंस सिस्टम, खासकर S-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम ने पाकिस्तान के सारे ड्रोन और फाइटर जेट्स को रास्ते में ही रोक दिया।
यह हमला पूरी तरह विफल रहा।
भारत की तकनीकी शक्ति और रणनीतिक तैयारी ने साबित कर दिया कि वह किसी भी खतरे से निपटने में सक्षम है।
पाकिस्तान को भारी नुकसान
जहां भारत को इस पूरे हमले में मामूली नुकसान हुआ, वहीं पाकिस्तान को भारी क्षति उठानी पड़ी।
भारत ने जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान के कुल तीन JF-17 फाइटर जेट्स को मार गिराया।
पाकिस्तान की वायुसेना और आतंकवादी नेटवर्क दोनों ही भारत की ताकत के सामने असफल साबित हो रहे हैं।
पाकिस्तान की दोहरी लड़ाई: सेना और आतंकवाद
भारत इस समय दो मोर्चों पर लड़ाई लड़ रहा है—एक पाकिस्तान की आधिकारिक सेना से, जिसने वर्दी पहन रखी है, और दूसरी उन आतंकवादियों से, जो आम कपड़ों में भारत पर हमला कर रहे हैं।
दोनों ही को भारत करारा जवाब दे रहा है।
पाकिस्तान के आतंकवादी भी सीमा पार से भारत में घुसपैठ करने की कोशिश कर रहे हैं,
लेकिन भारतीय सेना उन्हें सीमा पर ही खत्म कर रही है।
भारत की जवाबी नीति: आतंक के खिलाफ युद्ध, आम नागरिकों से नहीं
भारत सरकार और सेना ने स्पष्ट किया है कि उनका मकसद केवल आतंकवाद
और पाकिस्तान की सैन्य हरकतों का जवाब देना है।
भारत पाकिस्तान के आम नागरिकों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा रहा,
जबकि पाकिस्तान भारत के आम लोगों को निशाना बनाने की कोशिश कर रहा है। यही अंतर दोनों देशों की नीति और सोच को दर्शाता है।
भारत की जनता का एकजुट जोश
इस बार भारत की जनता पूरी तरह से एकजुट है।
“भारत माता की जय” के नारे गूंज रहे हैं, हर नागरिक देश के साथ खड़ा है।
हर कोई यही चाहता है कि इस बार पाकिस्तान को ऐसा सबक सिखाया जाए कि वह भविष्य में कभी भारत की ओर आंख उठाकर भी न देख सके।
जनता का जोश और सेना की तैयारी मिलकर इस संघर्ष को भारत के पक्ष में मोड़ रहे हैं।
पाकिस्तान के हमले के चलते IPL मैच रद्द
पाकिस्तान के हमले की वजह से आईपीएल का मैच भी रद्द कर दिया गया।
यह मैच पंजाब और दिल्ली कैपिटल्स के बीच चल रहा था। अब आगे के मैचों का क्या होगा, यह देखना होगा। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए BCCI जल्द ही कोई फैसला ले सकता है।

पाकिस्तान में दहशत का माहौल
पाकिस्तान के भीतर स्थिति भयावह होती जा रही है।
वहां के लोग खुद अपने शहरों पर हुए हमलों की वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर साझा कर रहे हैं। इन वीडियोज़ में लोग डर से सहमे हुए नजर आ रहे हैं। पाकिस्तान की सरकार और सेना ने जो आग लगाई है, उसका खामियाजा वहां की आम जनता को भुगतना पड़ रहा है।
पाकिस्तान की ऐतिहासिक भूल: 1971 की याद
ऐसा प्रतीत होता है कि पाकिस्तान अपनी पुरानी गलतियों से कुछ नहीं सीखा।
1971 की जंग में भी पाकिस्तान ने भारत को उकसाया था, जिसके नतीजे में उसका एक बड़ा हिस्सा टूट गया और बांग्लादेश बना।
आज भी पाकिस्तान उसी राह पर चल रहा है, जहां उसे फिर से एक बड़ा विभाजन झेलना पड़ सकता है।
अगर ऐसा हुआ तो इसके जिम्मेदार केवल वहां के शासक होंगे, न कि आम जनता।
भारत की रणनीति: हमलों से घुटनों पर लाएंगे पाकिस्तान को
अब यह भारत के हाथ में है कि वह इस युद्ध को कितने दिनों में समाप्त करता है।
भारत ने यह तय कर लिया है कि वह पाकिस्तान को केवल बातों से नहीं, बल्कि ठोस सैन्य कार्रवाई से घुटनों पर लाएगा।
भारत की सेना हर मोर्चे पर बढ़त बनाए हुए है और दुश्मन को हर जवाब मुंहतोड़ दे रही है।
निष्कर्ष: एक निर्णायक युद्ध की ओर
इस बार की लड़ाई केवल एक युद्ध नहीं, बल्कि एक निर्णायक टकराव है।
भारत इस बार न सिर्फ़ अपनी रक्षा कर रहा है, बल्कि आतंकवाद और पाकिस्तानी अहंकार को हमेशा के लिए कुचलने की रणनीति पर काम कर रहा है।
अगर पाकिस्तान ने अपनी नीति नहीं बदली, तो यह जंग उसके टुकड़े-टुकड़े कर सकती है।
लेख सारांश:
पाकिस्तान की उकसावे वाली नीति ने उसे एक और बड़े संकट की ओर धकेल दिया है।
भारत की जवाबी कार्रवाई ने यह सिद्ध कर दिया है कि अब सिर्फ़ बातचीत से नहीं,
बल्कि निर्णायक जवाब से ही आतंक और उग्रवाद का अंत संभव है।
भारत की जनता, सेना और तकनीक तीनों मिलकर पाकिस्तान को ऐसा सबक सिखाने के लिए तैयार हैं,
जिससे वह फिर कभी भारत की ओर देखने की हिम्मत न कर सके।