पश्चिम बंगाल में हिंदुओं पर हमले के बाद गवर्नर सी. वी. आनंद बोस ने मुर्शिदाबाद का दौरा किया। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से टकराव और राष्ट्रपति शासन की मांग ने राज्य की राजनीति को गरमा दिया है। जानिए पूरी खबर।
मालदा के बाद मुर्शिदाबाद में पीड़ित परिवारों से मिलेंगे गवर्नर
पश्चिम बंगाल के हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। गवर्नर सी. वी. आनंद बोस आज मालदा के बाद मुर्शिदाबाद का दौरा करेंगे। कल उन्होंने मालदा में हिंसा पीड़ित परिवारों से मुलाकात कर उन्हें भरोसा दिलाया कि आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी। गवर्नर ने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था बहाल करना उनकी पहली प्राथमिकता है।
ममता बनर्जी और गवर्नर के बीच खुला टकराव

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गवर्नर को मुर्शिदाबाद न जाने की सलाह दी थी, लेकिन गवर्नर ने उनकी बात को दरकिनार करते हुए दौरे का फैसला किया। इससे राज्य सरकार और राजभवन के बीच तनाव और बढ़ गया है। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि बंगाल में राज्यपाल और सरकार के बीच संबंध पहले से ही तनावपूर्ण थे, और अब हालात और बिगड़ते नजर आ रहे हैं।
मुर्शिदाबाद में हिंसा: हिंदू समुदाय को बनाया गया निशाना
मुर्शिदाबाद हाल ही में हिंसा का बड़ा केंद्र बन गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, यहां हिंदू समुदाय के घरों में आग लगा दी गई, व्यापक तोड़फोड़ की गई और कई लोगों की हत्या कर दी गई। पीड़ित परिवारों का कहना है कि वे अभी भी भय के साए में जी रहे हैं। प्रशासन पर आरोप है कि वह हिंसा रोकने में नाकाम रहा है।
राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) की प्रमुख भी करेंगी दौरा
राज्य में महिलाओं के खिलाफ हुई हिंसा के मामलों को गंभीरता से लेते हुए राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) की अध्यक्ष भी मुर्शिदाबाद का दौरा करेंगी।
वे पीड़ित महिलाओं से मिलेंगी और स्थिति की समीक्षा कर केंद्र सरकार को रिपोर्ट सौंपेंगी।
देशभर में विश्व हिंदू परिषद (VHP) का विरोध प्रदर्शन
हिंसा के खिलाफ आज विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने पूरे भारत में विरोध प्रदर्शन करने का ऐलान किया है।
संगठन का कहना है कि हिंदू समुदाय के खिलाफ हो रही हिंसा अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
देश के कई बड़े शहरों में विरोध रैलियों का आयोजन किया जा रहा है।
राष्ट्रपति शासन की मांग तेज
पश्चिम बंगाल में बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर अब राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग उठने लगी है।
कई विपक्षी दल और सामाजिक संगठन केंद्र सरकार से हस्तक्षेप करने की अपील कर रहे हैं।

गृह मंत्रालय ने भी राज्य सरकार से घटनाओं पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है और कहा है
कि यदि हालात नहीं सुधरे तो अतिरिक्त केंद्रीय बल भेजे जा सकते हैं।
निष्कर्ष
पश्चिम बंगाल इस समय गंभीर राजनीतिक और सामाजिक संकट से गुजर रहा है। गवर्नर आनंद बोस का दौरा स्थिति को
और भी संवेदनशील बना सकता है।
ममता बनर्जी सरकार के लिए यह एक बड़ी चुनौती बनती जा रही है कि कैसे वह राज्य में शांति और भरोसा बहाल करे।
आने वाले दिनों में राज्य की राजनीति में और बड़े उलटफेर देखने को मिल सकते हैं।