जयपुर में एक दिल दहला देने वाला हादसा सामने आया है, जहां एक बेकाबू कार ने सड़क पर चल रहे कई लोगों को कुचल दिया। इस दर्दनाक हादसे में अब तक 3 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 7 लोग गंभीर रूप से घायल हैं। आशंका है कि मौत का आंकड़ा और बढ़ सकता है।
हादसे के बाद इलाके में तनाव का माहौल है। आक्रोशित लोगों ने सड़क को जाम कर दिया और आरोपी ड्राइवर को कड़ी से कड़ी सज़ा देने की मांग की है। भीड़ ने नारेबाज़ी करते हुए प्रशासन के खिलाफ गुस्से का इज़हार किया।

लोगों का गुस्सा चरम पर
इस हिट एंड रन केस को लेकर जनता में भारी गुस्सा है। लोगों का आरोप है कि आरोपी उस्मान को बचाने की कोशिश की जा रही है और इसके पीछे विधायक अमीन कागज़ी का हाथ बताया जा रहा है।
घायल लोगों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां कुछ की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है।
क्या कह रहे हैं लोग?
स्थानीय लोगों ने कहा, “हम इस हादसे को यूं ही नहीं जाने देंगे। आरोपी को कड़ी सज़ा मिलनी चाहिए और मरने वालों के परिवार को सरकारी मुआवज़ा दिया जाए।”
प्रशासन पर सवालिया निशान
इस घटना ने एक बार फिर सड़क सुरक्षा, ट्रैफिक नियंत्रण और वीआईपी की मिलीभगत जैसे मुद्दों को उजागर कर दिया है।
क्या आम आदमी की जान की कोई कीमत नहीं है?
क्या रसूखदारों को कानून से ऊपर मान लिया गया है?
यह हादसा सिर्फ एक दुर्घटना नहीं, बल्कि व्यवस्था पर करारा तमाचा है।
सवाल ये है कि क्या न्याय मिलेगा? या एक बार फिर राजनीति, पैसे और ताकत के आगे सच्चाई दबा दी जाएगी?