‘केसरी 2’ – एक ऐसी फिल्म जो इतिहास के जख्म फिर से हरा कर देती है

अक्षय कुमार की फिल्म ‘केसरी 2’ सिनेमाघरों में आते ही जबरदस्त धमाल मचा रही है। यह सिर्फ एक फिल्म नहीं, बल्कि भारतीय इतिहास के उस काले अध्याय की जीवंत प्रस्तुति है जिसे हम जलियांवाला बाग हत्याकांड के नाम से जानते हैं। फिल्म के हर दृश्य में एक ऐसा दर्द छुपा है जिसे देखकर आपकी आत्मा तक झकझोर उठेगी।

फिल्म की कहानी जलियांवाला बाग में घटित उस भीषण नरसंहार पर आधारित है, जहाँ निर्दोष भारतीयों पर जनरल डायर ने बेरहमी से गोलियां चलवा दी थीं।

अंग्रेजी सरकार ने न केवल इस नरसंहार को नजरअंदाज किया बल्कि जनरल डायर को भी सजा नहीं दी।

फिल्म में यह क्रूरता इतनी सजीवता से दिखाई गई है कि कई बार आपका खून खौल उठेगा।

अक्षय कुमार ने एक गंभीर और संवेदनशील भूमिका निभाई है।

लंबे समय बाद उन्हें इतने दमदार किरदार में देखकर दर्शक खुशी और गर्व महसूस करते हैं। फिल्म के डायलॉग्स और दृश्य इतने प्रभावशाली हैं कि कई बार आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे।

खासतौर पर पहले 15 मिनट और अंतिम 15 मिनट तो सीधे दिल पर वार करते हैं।

आर. माधवन ने अंग्रेजों की तरफ से वकील का किरदार निभाया है।

उनकी अदाकारी इतनी प्रभावशाली है कि आप उनके किरदार से गहरा गुस्सा और नफरत महसूस करने लगते हैं।

माधवन ने अपने किरदार में इतनी चालाकी और क्रूरता दिखाई है कि कई जगहों पर उनकी परफॉर्मेंस अक्षय कुमार को भी टक्कर देती नजर आती है। उनकी हर बहस, हर तर्क आपको बेचैन कर देगा।

फिल्म का दूसरा हिस्सा थोड़ा धीमा जरूर महसूस होता है,

लेकिन पूरी फिल्म का प्रभाव इतना जबरदस्त है कि आप एक पल के लिए भी नजरें नहीं हटा पाएंगे

अनन्या पांडेय ने भी अपनी भूमिका को ईमानदारी से निभाया है,

लेकिन दर्शकों का ध्यान मुख्यतः अक्षय और माधवन पर ही टिका रहता है।

इस फिल्म का निर्देशन करण सिंह त्यागी ने किया है।

कहानी रघु पलट और पुष्पा पलट द्वारा लिखित किताब ‘The Case That Shook the Empire’ पर आधारित है।

निर्देशक ने किताब की आत्मा को पर्दे पर बखूबी जीवित किया है। हर फ्रेम में मेहनत और संवेदनशीलता झलकती है।

‘केसरी 2’ आपको सिर्फ इतिहास पढ़ने का अनुभव नहीं कराती,

बल्कि आपको उस दर्द को महसूस करने पर मजबूर करती है जिसे हमारे पूर्वजों ने झेला था।

हम किताबों में जलियांवाला बाग के बारे में जरूर पढ़ते हैं,

लेकिन शायद उसका असली दर्द महसूस नहीं कर पाए। यह फिल्म वही दर्द आपके दिलों तक पहुँचा देती है।

केसरी 2

फिल्म का अंतिम दृश्य इतना जबरदस्त है कि दर्शकों के मुँह से अनायास ही अंग्रेजों के लिए गुस्से भरे शब्द निकल सकते हैं।

अक्षय कुमार ने वहाँ पर जो भावनाएं व्यक्त की हैं, वे सीधे दिल में उतर जाती हैं।

निष्कर्ष:

‘केसरी 2’ एक ऐसी फिल्म है जिसे हर भारतीय को देखना चाहिए।

यह सिर्फ एक फिल्म नहीं, बल्कि हमारी आज़ादी की कीमत का एहसास कराने वाला अनुभव है।

फिल्म कभी भी बोर नहीं करती, बल्कि आपको इतिहास से जोड़ती है और गर्व तथा पीड़ा दोनों का अनुभव कराती है।

अगर आप सिनेमा के माध्यम से इतिहास को जीना चाहते हैं, तो ‘केसरी 2’ एक मस्ट वॉच फिल्म है।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top